इश्क़
इश्क़
इश्क़ वो बाला है
इश्क़ वो नशा है
मज़ा ही मज़ा है
सज़ा ही सज़ा है
मुहब्बत जूनून है
दिलों की रवां है
नज़रों की जुबां है
ये इक दास्ताँ है
इश्क दर्द है
न जिसकी दवा है
अदा ही अदा है
दिलों की सदा है
ये पागलपन है
आशिक़ परेशान है
क्या करूँ बयां मैं
यह ज़ख्म हरा है
इश्क़ जिसको हुआ है
वो दिल ही जवान है
दिलों की है मंज़िल
यारों का कारवान है
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